आपको भी होते हैं बार-बार कील-मुंहासे तो अपनाएं ये तरीका, चेहरा हो जाएगा बेदाग

किसे भला चेहरे पर कील, मुंहासे और दाग-धब्बे अच्छे लगेंगे लेकिन यह एक ऐसी समस्या है जिसका सामना ज्यादातर लोगों को करना पड़ता है. खासकर महिलाओं को मुंहासों की वजह से कॉन्फिडेंस में कमी का सामना करना पड़ता है. यूं तो चेहरे पर कील-मुंहासों का चेहरे पर होना सामान्य है लेकिन इनकी वजह से चेहरे की सुंदरता छिन जाती है. कई बार इनसे परेशान होकर लोग दवाओं का सहारा लेने लगते हैं लेकिन आपको बता दें कि संतुलित डाइट और खूब पानी पीकर मुंहासों से बचा जा सकता है और स्किन में भी चमक बरकरार रहती है. 

क्यों होते हैं कील-मुंहासे

पिंपल्स या मुंहासे तब बनते हैं जब बालों के हेयर फॉलिकल्स (रोम छिद्र) स्किन के ऑयल और डेड स्किन सेल्स की वजह से बंद हो जाते हैं. यह कई वजहों से हो सकती है जिनमें हार्मोनल इंबैलेंस, त्वचा में अतिरिक्त तेल का बनना, बैक्टीरिया का जमा होना और सूजन शामिल हैं. हार्मोनल इंबैलेंस मुख्य रूप से टीनएज, मासिक धर्म, गर्भावस्था या तनाव की वजह से हो सकता है. इसके अलावा कुछ दवाएं, जीन्स और लाइफस्टाइल के फैक्टर्स जैसे खराब डाइट और त्वचा की देखभाल ना करना जैसे कारण हो सकते हैं.

कैसे दूर होंगे कील-मुंहासे
यहां हम आपको कील-मुंहासे से निजात पाने के कुछ घरेलू तरीके बता रहे हैं जिनकी मदद से आप इनसे बच सकते हैं.

1-खूब पानी पिएं.
सबसे पहले तो यह जान लें कि अगर आप अपने शरीर को अच्छे से डिटॉक्स करेंगे तो आपको अंदर से स्किन प्रॉबलम्स ना के बराबर होंगी. पानी शरीर में मौजूद विषाक्त तत्वों को बाहर निकालता है जिससे आपके शरीर के साथ ही स्किन भी हेल्दी होती है. चेहरे के कील मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए रोजाना 8-10 गिलास पानी पीने की आदत जरूर बनाएं.

2-सब्जियां खाएं
हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन, मिनरल और फाइबर होता है जो शरीर को अंदर से पोषण देता है. इससे आपकी स्किन भी जवान और साफ रहती है इसलिए अपनी डेली की डाइट में पालक, मेथी, केल, ब्रोकली, खीरा, शकरकंद, गाजर और शिमला मिर्च जैसी सब्जियां शामिल करें.

3-मौसमी फल खाएं
मौसमी फलों का नियमित सेवन करें. ये आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद भी है. हर मौसम में फलों का सेवन आपके शरीर के साथ ही स्किन के लिए भी जरूरी होता है. यह आपको अंदर से सुंदर बनाता है.

4. ग्रीन टी पिएं. 
रोजाना ग्रीन टी और हर्बल टी पीने से भी पिंपल्स से राहत मिलती है क्योंकि इसमें ऐसी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं जो एक्ने को कंट्रोल करने में काफी असरदार होती हैं. 2017 की रिसर्च के अनुसार, ग्रीन टी में पॉलीफेनॉल्स कंपाउंड मौजूद होता है जो सीबाशियस ग्लैंड्स यानी चर्बी वाली ग्रंथियों को अतिरिक्त सीबम या तेल का उत्पादन करने से रोकने में मदद कर त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है. बहुत अधिक सीबम मृत त्वचा कोशिकाओं को एक साथ चिपकाने में योगदान देता है और रोम छिद्रों को बंद करता है जिससे मुंहासे होते हैं.

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